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गाड़ी रुकते ही उतरा ‘गब्बर’… पहले हंजला को मारी गोली; मुनीर के बाद फरहीन को किया छलनी

ByParyavaran Vichar

Feb 3, 2024

लखनऊ। हिस्ट्रीशीटर लल्लन की आसपास के गांवों में दहशत है। उसकी दबंगई की वजह से लोग उसे गब्बर कहते हैं। उसने बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दिया। आसपास के लोग चीख रहे थे लेकिन उसे जरा भी डर नहीं था। उसने अपने बेटे के साथ एक-एक कर तीनों को मारकर खूनी खेल खेला और आराम से असलहे लहराते हुए भाग गया। विवाद के बाद हमलावर थार से फरीद के घर पहुंचे। हमलावरों ने फरीद के घर के गेट पर गाड़ी लगाई। हिस्ट्रीशीटर लल्लन राइफल लेकर तेजी से गालीगलौज करते हुए उतरा। फरीद का 15 साल का बेटा हंजला जैसे ही दिखा लल्लन ने उसके सिर पर गोली मार दी।

हंजला जमीन पर गिर पड़ा। ये देख मुनीर उर्फ ताज पहुंचे तो उन पर भी गोलियां बरसा दीं। तभी फरहीन गेट पर आ गईं। इसी दौरान लल्लन के बेटे फराज ने उससे राइफल छीन ली और फरहीन पर गोलियां दाग दीं। फरीद किसी तरह से बच गए। मासूम बच्चे पर भी गोली दागने में हमलावरों का जरा भी दिल नहीं पसीजा। वारदात के वक्त फरीद भी वहां मौजूद थे। जब आरोपी खूनी खेल खेल रहे थे तो वह अपनों को बचाने के प्रयास में जुटे थे लेकिन नाकाम रहे। इसी दौरान वह गिर गए थे। आरोपियों को अंदेशा था कि फरीद को भी गोली लग गई है। इसलिए वह पूरी इत्मीनान से वहां से भागे। गांव में किसी की हिम्मत नहीं हुई जो कोई उन्हें रोक ले।

ग्रामीणों का कहना है कि हमलावरों के सिर पर खून सवार था। जो भी बचाने जाता वह मारा जाता। इसलिए ग्रामीण घर में दुबके रहे। पास के घर में मौजूद लोग आंखों के सामने कत्ल पर कत्ल होते देख रहे थे। वह चीख रहे थे। एक शख्स मोबाइल से वीडियो भी बना रहा था। सबसे पहले जब हंजला को गोली लगी तो वह बोले… बच्चे को मार दिया। तभी मुनीर उर्फ ताज को गोली मारी गई तो आवाज आई कि ताज चाचा को भी नहीं छोड़ा। उन पर भी गोली दाग दी। आखिर में जब फरहीन को गोली लगी तो पड़ोसी रिश्तेदार बिलख-बिलखकर रोने लगे।

  • अगस्त 2015 : बिजनौर इलाके में जमीन के विवाद में किशनचंद्र व उनके बेटे बबलू की गोली मारकर हत्या। किशनचंद्र का बेटा संदीप भी घायल। वारदात गैंगस्टर के आरोपी कुंदन और उसके साथियों ने अंजाम दी थी।
  • दिसंबर 2019 : पारा इलाके में पूर्व प्रधान राजकुमार की जमीन के विवाद में गोली मारकर हत्या।
  • दिसंबर 2020 : मड़ियांव इलाके में जमीन के विवाद में बुजुर्ग दयाराम और उनकी कथित पत्नी शांति देवी को दयाराम के ही बेटोंं और पौत्रों ने मिलकर मौत के घाट उतारा।
  • जनवरी 2022 : विकासनगर सेक्टर दो निवासी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन से सेवानिवृत्त महमूद अली खां, उनकी पत्नी दरख्शां और छोटे बेटे शावेज की संपत्ति के विवाद में महमूद अली के ही बड़े बेटे सरफराज ने बांके से गला रेतकर की थी हत्या।
  • जून 2021 : नगराम के अकरहदू गांव में जमीन के विवाद में दो भाइयों के बीच खूनी संघर्ष। हंसराज की मौत।
  • जून 2023 : पीजीआई इलाके में जमीन व रुपये के विवाद में प्रॉपर्टी डीलर अमित कुमार की गोली मारकर हत्या।
  • दिसंबर 2023 : चिनहट में जमीन की पैमाइश के दौरान महिला पर फायरिंग। आरोपी गिरफ्तार लाइसेंसी बंदूक बरामद।

आपको बता दें कि लखनऊ के मलिहाबाद के मोहम्मदनगर तालुकेदारी गांव में जमीन की पैमाइश के दौरान छह फीट जमीन को लेकर हुए विवाद में शुक्रवार को हिस्ट्रीशीटर ने अपने बेटे और साथियों संग मिलकर घर में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मां-बेटे और चचेरे भाई की हत्या कर दी। असलहा लहराते हुए आरोपी फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज में पूरी वारदात कैद हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस कमिश्नर समेत अन्य अधिकारी, फोरेंसिक टीम और प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। एफआईआर दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी समेत अन्य की तलाश में पांच टीमें लगाई गई हैं।

गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर लल्लन खान का गांव के ही रहने वाले फरीद खान (लल्लन के रिश्ते में दामाद) से जमीन का विवाद चल रहा था। इस जमीन में दो और भी हिस्सेदार हैं। शुक्रवार को मीठेनगर में विवादित जमीन की पैमाइश होनी थी। फरीद के अलावा अन्य दोनों पक्षों के लोग मौके पर मौजूद थे। वहां पैमाइश के दौरान छह फीट जमीन को लेकर विवाद शुरू हो गया। विवाद की जानकारी होते ही बीच रास्ते से फरीद वापस घर लौट गए थे। उधर, लल्लन इस विवाद के पीछे फरीद की साजिश मान रहा था। वह वहां से तुरंत (करीब साढ़े तीन बजे) अपने बेटे फराज खान व अन्य साथियों के साथ थार से फरीद के घर पहुंच गया।

वे ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगे। इसमें फरीद के (15) वर्षीय बेटे हंजला, पत्नी फरहीन (35) और बीच-बचाव करने पहुंचे फरीद के चाचा मुनीर (55) को गोलियां लग गईं। मौके पर ही तीनों की मौत हो गई। पुलिस ने लल्लन के ड्राइवर अशरफी को गिरफ्तार कर लिया है। तीन बीघा जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस जमीन पर अपनी दबंगई की वजह से लल्लन करीब 50 साल से काबिज था। यह जमीन मुख्य रूप से गांव निवासी तैयब, सिराज व फरीद के नाम पर थी। तैयब लंदन में रहते हैं। उन्होंने अपनी जमीन की पॉवर ऑफ अटार्नी अपने भाई मसूद खान को कर रखी है। पैमाइश के दौरान मसूद के खान के बेटे सलमान व फराह मौजूद थे। फरीद घर पर ही थे। कुछ वक्त पहले लल्लन की तरफ से जमीन को लेकर केस फाइल किया था।

इसका फैसला मसूद व अन्य के पक्ष में आया था। अब लल्लन ने पैमाइश के लिए आवेदन किया था। पैमाइश करने लेखपाल पहुंचा था। पैमाइश के दौरान 6 फीट जमीन को लेकर विवाद शुरू हो गया था। इससे बीच में पैमाइश रुक गई। लल्लन फरीद से खुन्नस रखे थे, क्योंकि उसको अंदेशा था कि पूरे विवाद के पीछे फरीद है। इसलिए उसने उनके घर पर धावा बोल गोलियां दागीं। लल्लन खान ने जिनकी हत्या की उनमें शामिल फरहीन उनकी भतीजी है। हंजला नाती और मुनीर चचेरे भाई हैं। लल्लन खान के पास करीब 75 बीघा खेत व बाग हैं। मुख्य कारोबार बागवानी ही है। मुनीर व फरीद भी यही काम करते हैं। लल्लन के दो बेटे शमायल और एराज पोलैंड में हैं।

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