• Thu. Apr 17th, 2025

Paryavaran Vichar

Hindi News Portal

ATM में ब्लेड लगाकर निकालते थे रुपये, मौज-मस्ती में उड़ाते थे पैसा

ByParyavaran Vichar

Jan 16, 2024

वाराणसी। एटीएम में छेड़छाड़ और डेबिट कार्ड बदलकर लोगों के खाते से रुपये उड़ाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के चार जालसाजों को लालपुर पांडेयपुर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान बिहार के गया जिले के रोशना गांव के मोनू कुमार और नवादा जिले के अतवां गांव के दयानंद कुमार उर्फ छोटू, कुंज गांव के रविकांत कुमार व सादीपुर नारदीगंज के चंदन कुमार के रूप में हुई है।

आरोपियों के पास से 132 एटीएम कार्ड, एटीएम से पैसा निकालने में प्रयुक्त होने वाली 18 पत्ती व उपकरण, 21585 रुपये, छह मोबाइल और एक कार बरामद की गई है। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को डीसीपी वरुणा जोन ने 11 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।

डीसीपी वरुणा जोन अमित कुमार ने बताया कि बीते 14 जनवरी को पांडेयपुर की रहने वाली जया कन्नौजिया ने लालपुर पांडेयपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जया का आरोप है कि पांडेयपुर चौराहा स्थित एचडीएफसी के एटीएम में उनके साथ धोखाधड़ी कर उनके खाते से 8000 रुपये निकाल लिए गए।

लालपुर पांडेयपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार के नेतृत्व में दरोगा अंकुर कुशवाहा, शशि प्रताप सिंह व अमरजीत कुमार और हेड कांस्टेबल सुरेंद्र कुमार मौर्य की टीम ने सीसी कैमरों की फुटेज और सर्विलांस की मदद से आरोपियों को चिह्नित कर उन्हें गिरफ्तार किया।

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि बरामद की गई कार से वह अलग-अलग शहरों में घूमते रहते हैं। किसी भी एटीएम पर जाकर उनमें से दो लोग बाहर रहते हैं और दो लोग अंदर चले जाते हैं। यदि कोई ऐसा व्यक्ति मिल जाता है जो एटीएम कार्ड का सही तरीके से इस्तेमाल करना नहीं जानता है, तो उसकी मदद के बहाने पिन जानकर उसका कार्ड बदल देते थे।

एटीएम में पैसा निकलने वाले स्थान पर एक पत्ती लगाकर छोड़ देते हैं और उसके आसपास ही रहते हैं। कोई ग्राहक एटीएम से पैसा निकालने आता है और सारी प्रक्रिया पूरी कर लेता है, लेकिन हमारे द्वारा लगाई गई पत्ती के कारण उसका पैसा बाहर नहीं आता है। जब ग्राहक के एटीएम से बाहर चला जाता है तो हम लोग अंदर घुसकर पिलास और पेचकस के सहारे अपनी पत्ती निकालकर पैसे निकाल लेते हैं।

एटीएम में कार्ड लगाने वाले स्थान पर फेवीक्विक लगा देते हैं। कोई ग्राहक एटीएम में अपना कार्ड लगाता है और सारी प्रक्रिया पूरी करता है तो उसके पीछे खड़े गिरोह के सदस्य द्वारा उसका पिन देख लिया जाता है। फेवीक्वीक लगा होने के कारण एटीएम कार्ड नहीं निकल पाता है तो उस व्यक्ति को गार्ड को बुलाने के लिए बाहर भेज दिया जाता है। उसी दौरान एटीएम में फंसे कार्ड को निकालने के लिए प्रीमियम ह्वाईट ग्लू लगाकर फेवीक्विक का असर खत्म कर दिया जाता है। फिर, आसानी से कार्ड निकाल लिया जाता है।

चारों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह तीन साल से जालसाजी कर मौज-मस्ती करते हुए जीवन जी रहे हैं। अब तक चारों लगभग 40 से 45 लाख रुपये कमाकर खर्च कर चुके हैं। वाराणसी में चारों ने कचहरी स्थित एसबीआई के एटीएम में मदद के बहाने एक बुजुर्ग का कार्ड बदलकर चार बार में 40 हजार रुपये निकाले। हरहुआ स्थित यूनियन बैंक के एटीएम में फेवीक्विक लगाकर कार्ड फंसाकर उसे निकाल लिए और पैसे निकाले। पांडेयपुर चौराहे पर एचडीएफसी के एटीएम में पत्ती लगाकर युवती के खाते से 8000 रुपये निकाल लिए।

By Paryavaran Vichar

उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून से प्रकाशित हिंदी समाचार पोर्टल पर्यावरण विचार एक ऐसा माध्यम है, जो हिंदी भाषा में लोगों को ताज़ा और महत्वपूर्ण समाचार प्रदान करता है। हिंदी समाचार पोर्टल पर्यावरण विचार द्वारा लोग उत्तराखण्ड के साथ-साथ फीचर, खेल, मनोरंजन, राजनीतिक, आलेख और राष्ट्रीय समाचारआदि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *