देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार कुंभ 2027 को भव्य स्वरूप देने के लिए केंद्र सरकार से 3472 करोड़ रुपये के बजट की मांग की है। प्रस्ताव के अनुसार, कुंभ मेला 150 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में आयोजित किया जाएगा।
कुंभ मेला अधिकारी सोनिका के अनुसार, इस बार जनवरी से अप्रैल के बीच 17 से 21 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। केवल शाही स्नान के दौरान ही 1.5 से 2 करोड़ श्रद्धालु आने की संभावना जताई गई है। वर्ष 2021 में कोविड की स्थिति के बावजूद 66.25 लाख श्रद्धालु शाही स्नान में पहुंचे थे।
वर्तमान में कुंभ क्षेत्र में 12.62 किमी घाट हैं, जिनकी क्षमता 24 घंटे में 1.39 करोड़ श्रद्धालुओं की है। इसके विस्तार के लिए 110 करोड़ की लागत से 5.68 किमी अतिरिक्त घाट और 2.5 किमी अस्थायी घाट बनाने का प्रस्ताव है। इससे घाटों की क्षमता बढ़कर 1.78 करोड़ श्रद्धालुओं तक हो जाएगी।
साथ ही 78.38 किमी अस्थायी सड़कों और 22 अस्थायी पुलों के निर्माण हेतु 80 करोड़ रुपये का बजट मांगा गया है। जलापूर्ति के क्षेत्र में भी सुधार प्रस्तावित है — वर्तमान में 132 एमएलडी जल उपलब्ध है जबकि आवश्यकता 164 एमएलडी की है। अतिरिक्त आपूर्ति के लिए 17 ट्यूबवेल, 3 ओवरहेड टैंक, 50.50 किमी पाइपलाइन, और 49 फायर हाइड्रेंट लगाए जाएंगे, जिस पर 99.25 करोड़ रुपये का खर्च प्रस्तावित है।
इसके अलावा, 220 किमी अस्थायी पाइपलाइन, 3000 पब्लिक स्टैंड पोस्ट, और 300 अस्थायी फायर हाइड्रेंट के निर्माण के लिए 56.37 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मांग की गई है।
राज्य सरकार का कहना है कि इस बार का कुंभ मेला “भव्य, सुरक्षित और सुविधाजनक” आयोजन के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि हर श्रद्धालु को बेहतर अनुभव मिल सके।